Uttarakhand की मीनाक्षी खाती(ऐपण गर्ल ऑफ़ कुमाऊँ)
उत्तराखंड की Aipan Girl of Kumaon के नाम से मशहूर होनहार मीनाक्षी खाती जो आज अपनी संस्कृति को एक नया रूप दे रही है |बचपन से ही कला में रूचि होने के साथ ऐपण बनाना सिखा और आज अपना एक मंच जो बनाकर एक नई पहल की शुरुआत कर रही है .आइये जानते है इसके बारे में .
Aipan Girl of Kumaon(मीनाक्षी खाती) जी के बारे में
नाम – मीनाक्षी खाती ( ऐपण गर्ल ऑफ कुमाऊँ)
जन्मस्थान- ग्राम मेहलखण्ड , पोस्ट आफिस चमडखान , ब्लाक ताडीखेत।
5 वी तक शिक्षा प्राईमेरी स्कूल मेहलखंड में।
6-12 वी तक ग्राम छोई, रामनगर में।
कला से स्नातक की पढाई कर रही हूँ रामनगर से।।
जन्मस्थान- ग्राम मेहलखण्ड , पोस्ट आफिस चमडखान , ब्लाक ताडीखेत।
5 वी तक शिक्षा प्राईमेरी स्कूल मेहलखंड में।
6-12 वी तक ग्राम छोई, रामनगर में।
कला से स्नातक की पढाई कर रही हूँ रामनगर से।।
ऐपण कला कैसे सिखा कार्य और उद्देश क्या है
जब किन्ही पर्वों पर मां और दादी ऐपण बनाती थी तभी बचपन से ही ऐपण कला की ओर बहुत आकर्षित होती थी। मैंने अपनी दादी और माँ से इस कला की बरीकियो के बारे में जाना और समझा और इस कला को कैसे फिर से जीवंत बना कर युवा पीढी तक ले जाया जाए इसके लिये प्रचलित माध्यमो सोसियल मीडीया, स्कूलो में ऐपण की वर्कशाप, गाँव में ऐपण का प्रशिक्षण माध्यमो से उतराखंड सहित युवा वर्ग तक ले जाने का प्रयास कर रही हूँ।।
Minakriti-The Aipan Project क्या है
जिसमे “मीनाकृति – द ऐपण प्रोजेक्ट” एक पहल का रूप हैं। हमें अपनी इस लोक विरासत को नई पहचान दिलाने के लिए कुछ मार्डन प्रयोग करने होंगे, ताकि ये कला लोगों तक आसानी से पहुंच सके। मैंने ऐपण के जरिये छोटी सी कोशिश की है कि अपनी लोकसंस्कृति को पुनर्जीवित कर हर दूसरे लोगों तक पहुंचा सकूं’




जैसे की हमारे द्वारा ऐपण प्रशिक्षण में पारम्परिक ऐपण चौकियों, कलाचित्र ,भित्तिचित्र , नेमप्लेट ,कोस्टर्स और अन्य चीज़ों को रीसायकल कर, सविस्तार वर्णन और बारीकी से सजावट के उत्पाद बनाये जाते हैं। राज्य में आयोजित प्रदर्शनियों में भी बढ़चढ़कर भाग लिया जाता है।



उत्तराखंड पर्यटन विभाग के सहयोग से लोककला ऐपण को राज्य स्तर पर प्रदर्शित किया गया । राज्य समाचार पत्रों, स्थानीय मासिक पत्रिका ‘ रीजनल रिपोर्टर ‘ में आप पर लेख प्रकाशित हुए । राज्य स्तर पर महिला मातृशक्ति सम्मानसे नवाजा गया।
लोककला ऐपण को पुनर्जीवित कर इसका संवर्धन औऱ सुरक्षित करते हुए ग्रामीण और शहरी ऐपण कलाकरों के लिए रोजगार के अवसर दिया जा रहे हैं तथा उन्हें ऐपण वर्कशॉप , प्रदर्शनी के माध्यम से सिखाकर मंच दिया जाने लगा है। जिससे राज्य देश और विदेश में लोककला की लोकप्रियता बड़ रही है । इसी प्रकार संस्कृति को संजोकर जीवित रखा जाय।इस कार्य में आप भी जुड़ सकते है
किस प्रकार मीनाकृति – द ऐपण प्रोजेक्ट जुड़े -आप इनके सोशल प्लेटफार्म के साथ जुड़ सकते है और आसानी से आर्डर कर सकते है –
Facebook Link –Minakriti-The Aipan Project
Instagram Link -Minakriti Official
मीनाक्षी खाती जी कार्य सच में बहुत सहरानीय है जिस प्रकार Minakriti-The Aipan Project मंच द्वारा युवाओ की प्रतिभा को आगे बढ़ाने का प्रयाश किया जा रहा है रंगीलो पहाड़ की ओर से शुभकामनाए आपका यह काम सफल हो .जय देवभूमि उत्तराखंड
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