
अल्मोड़ा से 17km दूर कटारमल नामक स्थान पर स्थित यह मंदिर अपनी शानदार वास्तुकला और स्थापत्य का अनूठा उदाहरण



है। यह उत्तराखंड का सबसे बड़ा व उड़ीसा के कोणार्क में स्थित सूर्य मंदिर के अल्मोड़ा से 17km दूर कटारमल नामक स्थान पर स्थित यह मंदिर अपनी शानदार वास्तुकला और स्थापत्य का अनूठा उदाहरण है। यह उत्तराखंड का सबसे बड़ा व उड़ीसा के कोणार्क में स्थित सूर्य मंदिर के बाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा सूर्य मंदिर है।
धौलीनाग नाग देवता मंदिर बागेश्वर
यह कुमाऊँ के सबसे ऊँचे मंदिरों में गिना जाता है। यह समुद्र तल से करीब 2116m की ऊँचाई पर स्थित है। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण कत्युरी वंश के राजाओं ने किया। यह पूरा मंदिर एक चबूतरे पर बना हुआ है। इसमें करीब 45 छोटे बड़े मंदिर समूह स्थित हैं। यहां से अल्मोड़ा का काफ़ी शानदार नजारा भी देखने को मिलता है। इसके मुख्य मंदिर की छत काफ़ी पुरानी होने की वजह से थोड़ी धँस गयी है।
भारत का दूसरा सबसे बड़ा सूर्य मंदिर है।यह कुमाऊँ के सबसे ऊँचे मंदिरों में गिना जाता है। यह समुद्र तल से करीब 2116m की ऊँचाई पर स्थित है। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण कत्युरी वंश के राजाओं ने किया। यह पूरा मंदिर एक चबूतरे पर बना हुआ है। इसमें करीब 45 छोटे बड़े मंदिर समूह स्थित हैं। यहां से अल्मोड़ा का काफ़ी शानदार नजारा भी देखने को मिलता है।
इसके मुख्य मंदिर की छत काफ़ी पुरानी होने की वजह से थोड़ी धँस गयी है।
रंगीलो पहाड़ फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए क्लिक करे –rangilopahad
रंगीलो पहाड़ व्हाट्सप्प ग्रुप जुड़ने के लिए क्लिक करे – rangilopahad
रंगीलो पहाड़ इंस्टाग्राम में जुड़ने के लिए क्लिक करे- rangilopahad
1 thought on “कटारमल सूर्य मंदिर अल्मोड़ा :सूर्य मंदिर अपनी शानदार वास्तुकला अनूठा उदाहरण है”